Positive Thinking Tips in Hindi | सकारात्मक सोच कैसे बनायें: आज के आधुनिक जीवन में हमारे पास सुख-सुविधाएं तो बहुत हैं परन्तु जितने मनुष्य ने तरक्की की है उतनी ही परेशानियों में घिर गया है. प्राचीन काल की बात करे तो मनुष्य के पास तकनीक की कमी थी सुविधाएँ का आभाव था परन्तु मनुष्य के जीवन में सुख और चैन था.
मनुष्य जितनी तरक्की करता जा रहा है उतना ही नकारात्मक शक्तियों से घिरता जा रहा है. ऑफिस की टेंशन घर परिवार की टेंशन व्यवसाय की टेंशन और न जाने कितने ही तनाव लेकर मनुष्य अपने जीवन को नर्क बना लेता है.
परन्तु इन सबसे परे कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनके जीवन में समस्याएँ तो सारी है पर वे इन को इस तरह मैनेज करते है कि वो कभी नकारत्मक विचारों में नहीं घिरते वो सदैव सकारत्मक ही सोचते हैं. कुछ लोगो के पास इस तरह की कला या कहें ऐसा talent होता है जो कितना भी दुःख सुख आने पर वो सदैव positive ही बने रहते है.
Positive Thinking Tips in Hindi | सकारात्मक सोच कैसे बनायें
शक्ति सकारात्मक सोच की | Positive Thinking Tips in Hindi
कुछ लोग इसी नकारात्मक सोच को शैतानी शक्ति या अन्य किसी नाम से संबोधित करते हैं. नाम चाहे कुछ भी हो पर उसका प्रभाव हमारे जीवन पर बहुत ही बुरा होता है. वही दूसरी और यदि हम बात करें सकारत्मक सोच की तो ये एक शास्त्र है जो इन्सान को भगवन से वरदान के रूप में मिला है. जीवन में में कितनी भी कठिनाई क्यूँ न हो अगर आपको सकारात्मक रहना आता है तो बड़ी से बड़ी परेशानी भी सरलता से हल हो जाती है.
यदि आप भी अत्यधिक नकारात्मक सोच से घिरे रहते हैं और अपनी इस नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदलना चाहते हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे tips जिनकी सहायता से आप धीरे धीरे सकारात्मक सोचने लग जायेंगे और जो कार्य आपसे नहीं हो पा रहे उन्हें भी आप सरलता से कर सकेंगे.
Tips For Positive Thinking in Hindi | सकारात्मक सोच कैसे बनायें
सबसे पहले आपने अपने बारे में जो नकारात्मक सोच बने हुई है उसे दूर करें. उसके लिए एक छोटी सी प्रक्रिया है जो सुबह सुबह उठकर आपको करनी है. इसमें कोई ज्यादा समय नहीं लगेगा.
सुबह जल्दी उठने की आदत डाल लें सूर्य उदय होने से पहले उठेंगे तो बहुत ही अच्छा है यानी ब्रह्म महूरत में मतलब सूर्य के उदय होने से ठीक पहले. इस समय के बारे में हमारे शास्त्रों में भी उल्लेख है कि इस समय हमारे वातावरण में बहुत ऊर्जा होती है ब्रह्म्मुहुरत में किये गए कार्य या ध्यान सफल होते हैं. इस समय शरीर भी ऊर्जावान होता है और दिमाग भी सकारात्मक ऊर्जा सा भरा रहता है.
- सुबह उठने के बाद mirror के सामने खड़े हो जाइये और अपने आप को देखते हुए मुस्कुराएँ और कहे.
- आज का दिन मेरा है.
- मैं ही सबसे best हूँ.
- मैं यह कार्य कर सकता हूँ(जो कार्य आज आपको करना है उसका नाम लेकर)
- अपनी destiny मैं स्वयं बनाऊंगा.
- जो भी मैं करूँगा उसके लिए खुद ही जिम्मेदार हूँ.
- परमात्मा सदैव मेरे साथ है, मैं परमात्मा से अलग नहीं हूँ.
ये सभी वाक्य आपको सुबह जल्दी उठकर बोलने है जैसाकि हमने ऊपर बाते कि इसके लिए ब्रह्म्मुहुरत best है. ऐसा करने से आपके अन्दर के नकारात्मक सोच समाप्त होगी जो आपने अपने लिए बना रखी है. |
Sakaratmak Soch Essay in Hindi | सकारात्मक सोच पर निबंध हिंदी में
मैडिटेशन का मनुष्य के जीवन पर बहुत ही अधिक प्रभाव होता है और इसके बहुत लाभ होते हैं. मैडिटेशन के इन प्रभावों को वैज्ञानिकों द्वारा प्रमिणित भी किया जा चुका है- |
- स्वयं जागरूकता को बढाता है जिससे आप अपनी परेशानियों पर नियंत्रण पा सकेंगे.
- तनाव बहुत जल्दी समाप्त करता है तनाव समाप्त होते जी आप सकारात्मक सोचने लगेंगे.
- बुरी आदत और संगत को छोड़ने में सहायक है, जिससे आपकी जीवन शैली बदलेगी और सकारात्मकता बढेगी.
- यदि तनाव और बुरे विचारों के चलते नींद आने समस्या है तो नींद आने लगेगी और सुबह उठकर ऊर्जावान महसूस करेंगे.
- अन्य किसी भी प्रकार का शारीरिक दोष है तो वो भी समाप्त होगा.
योग से सकारात्मक सोच को बढाएं | Develop Positive Thought
योग से शारीरिक और मानसिक दोनों ही समस्याओं का समाधान होता है. परन्तु योग किसी योग्य व्यक्ति जिसे योग का ज्ञान हो उसी के निर्देशानुसार करना चाहिए- |
- रक्चाप को ठीक करता है तथा तनाव से मुक्त करता है.
- स्वास की गति को ठीक करता है जिससे शरीर में एक अदभुत ऊर्जा का संचार होता है.
- पाचन किर्या को सही रखता है, यदि पाचन तंत्र ठीक न हो तो अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो जाती है और नकारात्मक विचार आने लगते है.
- शरीर ताकतवर बनता है जिससे किस कार्य को करने में आपको थकन महसूस नहीं होगी.
- मदुमेह, हृदयघात, दमा आदि जैसी बिमारियों से मुक्ति दिलाता है जो तनाव का मुख्य कारण बनती है.
छोटी छोटी चीजो में खुशियाँ ढूंढे | Celebrate small events
छोटी छोटी खुशियों का हमारे जीवन पर बहुत गहरा असर पड़ता है. इसलिए हमारे देश में अनेकों त्यौहार मनाये जाते हैं ताकि लोगो का समय समय पर नयापन और खुशियाँ मिले. उत्सव मानाने से लोगो में सकारात्मकता का संचार होता है.
इसलिए आप भी छोटे छोटे उत्सव मानिए जैसे अपने परिवार वालों का जन्मदिवस या अन्य कोई दिवस. ऐसा करने से आप रोजमर्रा के कार्यों से हट कर दुसरे कार्यों के लिए समय दे सकेंगे और बोरियत समाप्त होगी जो नकारात्मक विचारों और तनाव का एक बहुत बड़ा कारण है.
सकारात्मकता की शक्ति | Sakaratmak Soch Ki Shakti in Hindi
परिवार के साथ छुटियाँ मानाने के लिए जाएँ | Take a long vacation when you feel bored
ऐसा देखा गया है कि जब लोग रोज एक जैसा ही जीवन जी रहे होते हैं तो काफी लम्बे समय के बाद उनके जीवन में बोरियत आ जाती है और वो तनाव से भर जाते हैं. जिसके कारण वह सदैव नकारात्मक ही सोचते रहते हैं तथा दूसरों पर चिडचिडाते रहते हैं. यदि आपके साथ भी ऐसा ही कुछ हो रहा है तो आपको जरूरत है अपना माहौल बदलने की. “Sakaratmak Soch ki Shakti in Hindi”
इसके लिए आप अपने कार्य से छुट्टी लीजिये और अपने शहर से बहार घूमने के लिए जाये जैसे-
- यदि आपको छुटियाँ ज्यादा नहीं मिली हैं तो आप अपने परिवार के साथ picnic पर जा सकते हैं. इससे भी आपके स्वाभाव में कुछ बदलाव आएगा.
- छुटियाँ ज्यादा है तो आप किसी Hill station पर जा सकते हैं. पहाड़ो का वातावरण बहुत ही स्वच्छ और ऊर्जावान होता है. वह जाने के बाद आपनी सारी समस्याएँ भूलकर enjoy करेंगे. जब वह से लौटेंगे तो आपके स्वाभाव में काफी बदलाव आपको देखने को मिलेगा.
- किसी अध्यात्मिक स्थल या तीर्थ स्थल पर जा सकते है सभी तीर्थों में एक अलग ही ऊर्जा होती है साथ ही देवी देवताओं की शक्तियां भी निहित होती है.
How to Develop Positive Thoughts in Hindi | सकारात्मक सोच बनाने के तरीके
नकारात्मक विचारों के लोगों से दूरी बनाकर रखें | Keep away from Negative people
एक डूबता हुआ आदमी दुसरे को भी डूबा देता है यह बात तो अपने सुनी होगी. ठीक उसी तरह एक नकारात्मक सोच वाला व्यक्ति कभी सकारात्मक वार्ता नहीं करेगा वह सदैव दुसरे के बारे में नकारात्मक ही बोलेगा.
ऐसे लोगो से सदा दूर ही रहिये जो किसी के भी बारे में नकारात्मक बोले यदि आपके पास भी कोई नकारात्मक बातों का आदान प्रदान करता है तो आपकी सोच भी वैसी ही होने लगेगी. धीरे धीरे आप भी केवल नकारात्मक बोलना आरम्भ कर देंगे.
अपने आत्मसम्मान की रक्षा करें | Protect your self esteem
सदैव अपने आत्मसम्मान की रक्षा करें, क्योंकि सकारात्मक सोच बने रहने के लिए आपके अन्दर आत्मसम्मान का होना बहुत ही जरूरी है. यदि आपके अंदर आत्मसम्मान की कमी है तो आप सदैव डर कर जियेंगे कभी दूसरों का सामना नहीं कर सकेंगे. सदैव मन में एक प्रकार का guilt रहेगा की मेरे साथ ऐसा हुआ या मैंने ऐसा किया. ये सब सोचने से कोई फायेदा नहीं मिलने वाला बस यही सोचिये की मैंने जो किया अच्छा किया और आगे भी अच्छा ही होगा.
सकारात्मक विचार वालों से मित्रता करें
कहा जाता है कि जैस लोगों की संगत में रहोगे ऐसे ही हो जाओगे, इसलिए हमें सदैव उन लोगो का ही संग करना कहिये जो आपके बारे में ही नहीं अपितु सभी के बारे में सकारात्मक विचार रखता है हो. बुरी बातें करने वाले का संग कभी नहीं करना कहिये वरना आपके अन्दर भी बुरे यानि नकारात्मक विचार उत्पन्न होने लगेंगे.
Mediation is the best way to stay positive | सकारात्मक रहने के लिए ध्यान करें
सदैव अच्छा और सकारात्मक सोचें- सभी का एक ही कहना है कि जैसा सोचोगे ऐसा व्यव्हार करोगे, ये करना थोड़ा कठिन होता है क्योंकि मनुष्य जैसी परिस्थिति में होता है उसी प्रकार से सोचता है. लेकिन यदि मनुष्य धैर्य, सयम और सोच सकारात्मक रखे तो परिस्थितियां भी उसके अनुकूल हो जाती हैं.
परेशानी आने पर किस्मत को मत कोसिये- परेशान व्यक्ति सदैव अपनी किस्मत को कोसता रहता है कि मेरी किस्मत ही ख़राब है. बल्कि यदि आप अपनी परेशानी के लिए किस्मत को कोसने के बजाय उस परेशानी को कैसे हल किया जाये इस बात पर ध्यान लगायें तो उसका हल जल्दी मिल सकता है.
मोटिवेशन की कहानियां पढ़ें- आपके आसपास कोई परेशान व्यक्ति हो जो अपनी परेशानियों को लेकर बहुत ही नकारात्मक सोचता है तो उसे Motivational stories सुनानी चाहिए. यदि आप स्वयं ही बहुत नकारात्मक सोच से भर गए हैं तो स्वयं भी आपको motivational stories पढ़नी या सुननी चाहिए. ऐसा करने से आपका मनोबल बढेगा और परेशानी से लड़ने की ताकत मिलेगी. यदि आपके अन्दर पहले से ही काफी नकारात्मकता है तो भी अच्छे लोगो का ही संग करे उनकी आदत को देखकर आपके अन्दर भी अपने आप को बदलने की प्रेरणा जागृत होगी.
तो ये थी कुछ ऐसी tips जीके जरिये आप नकारात्मक व्यक्ति से सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति बन सकते हैं. आपको हमारा ये लेख “Positive Thinking Tips in Hindi “ कैसा लगा हमें comment में अवश्य बताएगा.